टैरिफ का मतलब:
टैरिफ की परिभाषा -
जब दो देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं का व्यापार होता है, तो इसे अंतर्राष्ट्रीय कारोबार कहा जाता है। ये वस्तुएं और सेवाएँ राष्ट्रीय सीमाओं को पार करते समय कई करों के अधीन होती हैं, जैसे की अभी अमेरिका ने लगाया और वापस ३० दिनों टेक आगे कर दिया । इन करों को सामूहिक रूप से टैरिफ़ कहा जाता है।
टैरिफ क्या होती है -
जिसे अक्सर सीमा शुल्क के रूप में संदर्भित किया जाता है , International व्यापार में शामिल चीज़ो सेवाओं पर लगाया जाने वाला TAX है, जब वे National सीमाओं को पार करते हैं। ये कर आमतौर पर आयात और निर्यात करने वाले देश की सरकार द्वारा लगाए जाते हैं।
वस्तुओं और सेवाओं पर टैरिफ लगाने के कई कारण हैं, मुख्य कारण वस्तुओं को एक देश से दूसरे देश मैं आयात करवाना में कमी और घरेलू उत्पादकों की सुरक्षा है। टैरिफ लगाने का दूसरा कारण अपना व्यपार बढ़ाना प्राप्त करना है । ये टैरिफ विनिमेय हो सकते हैं और इनके कई लाभ हैं, उदाहरण के लिए, सुरक्षा के लिए लगाया गया टैरिफ राजस्व प्राप्त कर सकता है जबकि राजस्व प्राप्त करने के लिए लगाया गया टैरिफ सुरक्षात्मक प्रभाव डाल सकता है।
टैरिफ की श्रेणियाँ-
टैरिफ को मुख्यतः तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है - पारगमन शुल्क, निर्यात शुल्क और आयात शुल्क।
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